हमारे बारे में

उन्नाव पब्लिक इंटर कॉलेज की स्थापना श्री एसएम पांडे ने की थी ताकि छात्रों में कार्यात्मक साक्षरता, रचनात्मकता और आत्मविश्वास का संचार किया जा सके जिससे वे सफल नागरिकों में विकसित हो सकें। जैसे-जैसे समय बीता, विद्यालय प्राथमिक से जूनियर से हाई स्कूल होते हुए इंटरमीडिएट कॉलेज में परिवर्तित हो गया।

कॉलेज का विश्वास है की सभी को बराबर के शैक्षणिक अवसर मिलने चाहिए और आर्थिक पिछड़ापन और परिवार की परिस्थितियों को बच्चे की शिक्षा में आड़े नहीं आना चाहिए। इसे ध्यान में रखते हुए, जब से स्कूल की स्थापना हुई है अनुसूचित जातियों के बच्चों को कक्षा 1 से 5 तक निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। कॉलेज ऐसे बच्चों को परिसर में निःशुल्क आवासीय सुविधा, भोजन, यूनीफॉर्म, पुस्तकें और लेखन सामग्री प्रदान करता है। अन्य बच्चों को नाममात्र के शुल्क, आवासीय सुविधा और भोजन कक्षा 1 से 8 तक प्रदान की जाती है।

शुरुआत में हिंदी शिक्षा का इकलौता माध्यम थी। लेकिन समय और लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पिछले कई सालों से अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान की जा रही है। अब यह देखा जा सकता है की पास-पड़ोस के बच्चे अंग्रेजी माध्यम को अपना रहे हैं और समय के साथ चलने के लिए तैयार हैं। यह प्रबंधन और अध्यापकों के प्रयासों से संभव हो सका है। लेकिन इसके परे यह क्षेत्र के लोगों का विश्वास है कि विद्यालय आज उस जगह पर पहुँच चुका है जहाँ यह है।